अपराध के रोकथाम में शराबबंदी पूरा तरीका से नाकाम, बिहार पुलिस के आंकड़ा दावा के झूठा साबित क देलस
- रवीन्द्र तिवारी |

शराबबंदी के बाद बिहार पुलिस बहुत तत्पर होके शराब बेचे अवुरी शराब पीये वाला लोग के खिलाफ कार्रवाई कईलस लेकिन आधिकारिक आंकड़ा बतावता कि अपराध के रोकथाम के मामला में शराबबंदी कारगर नईखे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार दावा करतारे कि बिहार में शराबबंदी लागू होखला के बाद अपराध में गिरावट आईल बा। लेकिन उनुकर दावा बिहार पुलिस के ओर से पेश आंकड़ा से मेल नईखे खात। जदी बिहार पुलिस के ओर से जारी अपराध के आंकड़ा प ध्यान दिहल जाए त शराबबंदी से अपराध में कमी आवे के दावा पूरा तरीका से गलत साबित होखता।
ताज़ा आंकड़ा के मुताबिक 2016 अवुरी 2017 (सितंबर तक) में बलात्कार, हत्या, दंगा, चोरी अवुरी अपहरण जईसन अपराध में लगातार बढ़ोतरी भईल। दावा के सच्चाई एकरो से पाता चलता कि राजधानी पटना ए प्रकार के अपराध में लगातार पहिला स्थान प बाटे।
पछिला साल के बारह महीना में बिहार में दर्ज भईल कुल 1 लाख 90 अपराध अवुरी ए साल के पहिला नौ महीना (एक जनवरी 2017 से 30 सितंबर 2017 तक) में दर्ज भईल कुल 1 लाख 73 हज़ार अपराध में पटना लगातार पहिला स्थान बा। जबकि गया, मोतीहारी, मुजफ्फपुर, सारण अवुरी नालंदा लगातार ऊपर के पांच स्थान प बाटे।
जदी अपराध के आंकड़ा के हिसाब से देखल जाए त पछिला साल पटना में कुल 20,395 आपराधिक मामला दर्ज भईल। पटना के बाद गया में 9219, मोतीहारी में 9130, मुजफ्फरपुर में 8725, सारण में 8185 अवुरी नालंदा में 7065 आपराधिक मामला दर्ज भईल।
साल 2017 के पहिला नौ महीना में दर्ज अपराध के आंकड़ा के मुताबिक पटना में 19,167 मामला सोझा आईल। मोतीहारी 8513, गया 8383, मुजफ्फरपुर 7778, सारण 6762 अवुरी नालंदा 6530 अपराध के संगे ए मामला में आपन उपस्थिती दर्ज करवलस।
हत्या
अप्रैल 2016 से पूरा बिहार में शराबबंदी लागू बा, लेकिन एकरा बावजूद 2016 में हत्या के 2581 मामला के मुक़ाबले 2017 के सितंबर तक 2085 मामला दर्ज भईल। जदी औसत के हिसाब से देखल जाए 2017 खतम होखे तक आंकड़ा करीब-करीब 2800 तक पहुँच जाई। लेकिन बात सिर्फ उपलब्ध आंकड़ा के कईल जाए।
पछिला साल भईल 2581 हत्या के मामला में पटना, सारण (छपरा), मुजफ्फरपुर अवुरी गया के ऊपर के चार स्थान मिलल। जबकि ए साल के आंकड़ा में पटना, गया मुजफ्फरपुर, सारण अवुरी रोहतास के पहिला पांच स्थान मिलल जबकि नालंदा छठवाँ स्थान रहे अवुरी मोतीहारी, वैशाली आ पुर्णिया एक संगे सातवाँ स्थान प बाटे।
साल 2016 में जहां पटना में 261, सारण में 137, मुजफ्फरपुर में 134 अवुरी गया में 133 हत्या के मामला दर्ज भईल उहें अबकी साल के सितंबर तक पटना में 188, गया में 125, मुजफ्फरपुर में 101, सारण में 95 अवुरी रोहतास में 75 मामला दर्ज भईल। मोतीहारी, वैशाली अवुरी पुर्णिया में हत्या के 72-72 मामला दर्ज भईल।
अपहरण
अपहरण के मामला में पटना, मुजफ्फरपुर, गया, दरभंगा, सारण अवुरी नालंदा लगातार दु साल से ऊपर के 6 स्थान प बाटे। पछिला साल बिहार में अपहरण के कुल 7,324 मामला सोझा आईल, जवना में पटना 1006, मुजफ्फरपुर 389, गया 358, दरभंगा 331 अवुरी सारण 329 आ नालंदा 323 मामला के संगे ऊपर छव स्थान प रहे।
जदी ए साल के बात कईल जाए त सितंबर तक बिहार में अपहरण के कुल 6,836 मामला दर्ज भईल जवना में पटना 875, मुजफ्फरपुर 365, सारण 306, नालंदा 299 अवुरी गया आ दरभंगा 274-274 मामला के संगे ऊपर के छव स्थान प बाटे।
बलात्कार
बिहार पुलिस के आंकड़ा के मुताबिक राज्य में साल 2016 में जहां कुल 1 लाख 90 हज़ार अपराध के मामला दर्ज भईल उहें 2017 के सितंबर तक कुल 1 लाख 73 हज़ार अपराधी मामला दर्ज हो चुकल बा। ए आंकड़ा के मुताबिक 2017 में बलात्कार के मामला में जहां कटिहार के स्थान पहिला रहे उहें पटना अवुरी अररिया के दूसरा अवुरी तीसरा स्थान मिलल। 2016 में पटना पहिला स्थान प रहे जबकि मधुबनी दूसरा अवुरी कटिहार तीसरा स्थान प रहे।
पछिला साल जनवरी से दिसंबर (2016) तक बिहार में बलात्कार के कुल 1008 मामला दर्ज भईल जवना में पटना के 75, मधुबनी के 59 अवुरी कटिहार के 57 मामला शामिल बा। ए साल सितंबर तक कुल 922 मामला दर्ज भईल, जवना में कटिहार के 82, पटना के 67 अवुरी अररिया के 57 मामला शामिल बा।
डकैती
बिहार पुलिस के आंकड़ा के मुताबिक 2016 में डकैती के कुल 349 मामला दर्ज भईल जबकि 2017 के पहिला नौ महीना में इ आंकड़ा 238 के बाटे। पछिला साल ए मामला में पटना, गया, सारण, मुजफ्फरपुर अवुरी रोहतास पहिला पांच स्थान प रहे। पछिला साल पटना में 37, गया में 37, सारण में 25, मुजफ्फरपुर में 23 अवुरी रोहतास में 16 डकैती के मामला दर्ज भईल, जबकि ए साल पटना में 48, नालंदा में 21, गया में 17, सारण में 14 अवुरी समस्तीपुर में 12 मामला दर्ज भईल।
चोरी, सेंधमारी अवुरी छीनतई
आंकड़ा बतावता कि पुलिस अवुरी सरकार के बड़े-बड़े दावा अवुरी पुलिस गश्त प होखत भारी-भरकम खर्च के बावजूद चोरी, सेंधमारी अवुरी छीनतई के मामला में लगातार बढ़ोतरी भईल। ए प्रकार के मामला में अकेले राजधानी पटना के हिस्सा करीब 20 प्रतिशत के बाटे। पटना के बाद मुजफ्फरपुर, गया, मोतीहारी अवुरी सारण आ रोहतास के स्थान सबसे ऊपर बाटे।
पूरा बिहार में पछिला साल ए प्रकार के जहां 28,149 मामला दर्ज भईल उहें ए साल के सितंबर तक 24,163 मामला सोझा आईल। पछिला साल पटना 4741, मुजफ्फरपुर 2610, मोतीहारी 1211, गया 1205 अवुरी सारण 1192 मामला के संगे पहिला पांच स्थान प रहे जबकि ए साल के पहिला नौ महीना में चोरी, सेंधमारी अवुरी छीनतई के पटना में 4270, मुजफ्फरपुर में 2074, गया में 1203 आ सारण अवुरी रोहतास में 1076 मामला दर्ज भईल।
याद रहे कि 2017 के आंकड़ा एक जनवरी से 30 सितंबर तक के बीच बा जबकि 2016 के आंकड़ा एक जनवरी से 31 दिसंबर तक के बाटे। ए आंकड़ा के आधार प साफ-साफ कहल जा सकता कि अपराध प शराबबंदी के कवनो असर नईखे अवुरी बिहार के पटना, मोतीहारी, गया, मुजफ्फपुर, सारण, नालंदा अवुरी रोहतास सबसे जादे आपराधिक घटना के अंजाम देवे वाला जिला बाटे।
2017 के आंकड़ा के मुताबिक बिहार के पुलिस ज़िला | ||||
क्रम संख्या | जिला | 2015 | 2016 | 2017 (30 सितंबर तक) |
01 | पटना | 22785 | 20395 | 19167 |
02 | मोतीहारी (पूर्वी चंपारण) | 9884 | 9130 | 8513 |
03 | गया | 8833 | 9219 | 8383 |
04 | मुज़फ़्फ़ारपुर | 10114 | 8725 | 7778 |
05 | सारण | 7355 | 8158 | 6762 |
06 | नालंदा | 7909 | 7065 | 6530 |
07 | रोहतास | 5636 | 5741 | 5683 |
08 | भागलपुर | 4865 | 4545 | 5311 |
09 | सीतामढ़ी | 5637 | 5259 | 5195 |
10 | मधुबनी | 5899 | 5768 | 5112 |
11 | सीवान | 5546 | 5338 | 4969 |
12 | बेतिया (पश्चिमी चंपारण) | 5773 | 5034 | 4935 |
13 | दरभंगा | 6106 | 5560 | 4585 |
14 | भोजपुर | 5950 | 6140 | 4566 |
15 | पुर्णिया | 5383 | 4396 | 4523 |
16 | कटिहार | 3786 | 4464 | 4487 |
17 | समस्तीपुर | 5382 | 5526 | 4454 |
18 | वैशाली | 6184 | 5257 | 4277 |
19 | अररिया | 3870 | 4403 | 4106 |
20 | बेगूसराय | 5327 | 4642 | 4010 |
21 | गोपालगंज | 4107 | 4035 | 3690 |
22 | औरंगाबाद | 3441 | 3249 | 3278 |
23 | बांका | 2850 | 3735 | 3179 |
24 | सुपौल | 3054 | 3486 | 3131 |
25 | सहरसा | 3712 | 3414 | 3093 |
26 | मधेपुरा | 2821 | 3125 | 3070 |
27 | नवादा | 3729 | 3573 | 3036 |
28 | बक्सर | 3491 | 3194 | 2992 |
29 | खगड़िया | 3017 | 2749 | 2792 |
30 | भभुआ (कैमूर) | 2993 | 3179 | 2746 |
31 | मुंगेर | 2377 | 2385 | 2471 |
32 | जमुई | 2231 | 2423 | 2099 |
33 | बगहा | 2029 | 2043 | 2017 |
34 | जहानाबाद | 2161 | 2142 | 1966 |
35 | किसनगंज | 2032 | 2128 | 1778 |
36 | रेलवे (पटना) | 977 | 1666 | 1526 |
37 | शेखपुरा | 1454 | 1510 | 1390 |
38 | नवगछिया | 1358 | 1404 | 1309 |
39 | लखीसराय | 2038 | 1848 | 1226 |
40 | अरवल | 1224 | 1055 | 887 |
41 | रेलवे (मुजफ्फरपुर) | 554 | 750 | 737 |
42 | रेलवे (जमालपुर) | 366 | 665 | 715 |
43 | शिवहर | 828 | 717 | 662 |
44 | रेलवे (कटिहार) | 329 | 441 | 509 |
कुल | 195397 | 189681 | 173645 |
First Update: 25 November, 2017 04:34 PM