अस दुलहा मिलल | शिव विवाह
- देवेन्द्र कुमार राय |

भगवान शंकर अवुरी गौरा के बिआह के वर्णन बहुत लोग अपना-अपना अंदाज़ में कईले बाड़े। अधिकांश रचना में महादेव के रूप अवुरी गौरा के महतारी मैना के चर्चा होखेला।
गउरा के बिआह में गईनी हम फंस,
अस दुलहा मिलल।
बसहा बैल से ना होला टसमस,
अस दुलहा मिलल
नारद बाभन के अब ना बोलाईब,
उनुका से कहियो ना बर खोजलाईब,
अजबे ई दुलहा मारे चिलम के कस,
अस दुलहा मिलल
थरीआ पटकि मैना घर में समईली,
दुलहा के रुप देखि जरि जरि गईली,
कहली नारद बिआह के कईले भरभठ,
अस दुलहा मिलल
गीरत भहरात सभ सखिआ परईली,
कर जोडि़ मैना से बात ई बतईली,
गरवा में दुलहा के नाग ठसम ठस,
अस दुलहा मिलल
भूत बैताल खाली नाचेला बाराती,
बिछी कनगोजर ड़रे भगले सराती,
ब्रह्मा के छोडि़ राय केहु के ना बस,
अस दुलहा मिलल
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देवेन्द्र कुमार राय
ग्राम: जमुआँव, पीरो,
भोजपुर, बिहार
First Update: 15 August, 2018 03:35 PM